गुस्सा या क्रोध आना एक सामान्य बात है अगर आपको गुस्सा नहीं आता है तो आप बेहद ही सहनशील एवं शांत स्वभाव के हो सकता हैं। परन्तु सबकी एक सीमा होता है सहने की और उसके बाद तो उससे आता ही है, अगर सामने वाला लायक नहीं है तो हमारा गुस्सा पर उतर जायेगा अन्यथा क्रोध का घूंठ हमे ही पीना होगा और वहां से निकलना होगा। आगे पढ़ते हुए जानेंगे क्रोध को नियंत्रित करने के आसान उपाय।[toc]
मुझे गुस्सा क्यों आता है? गुस्सा आने के क्या कारण है?
गुस्सा आने का एक कारण भी हो सकता है या कई कारण भी हो सकते हैं। जैसे की कोई काम हमारे अनुसार न होना, मतलब की हम जैसा सोच रहे थे वैसा नहीं हुआ। हमने किसी से कोई काम कहा और उसने करने का दिलासा दिया परन्तु नहीं किया। हमारे घर पर भी देखा जा सकता है जैसे पति पत्नी के बीच में, बच्चों की वजह से या कभी कभी तो पेरेंट्स की वजह से भी हमें गुस्सा आजाता है जैसे की पार्टी में जाना परन्तु पेरेंट्स का मना कर देना जिससे अक्सर ही दिमाग घूम जाता है और हम चाह कर कुछ कर भी नहीं पाते।
न जाने कितने ही कारण जो हमें गुस्सा करने पर मजबूर कर देते हैं, जैसे सड़क पर साइड न मिलने पर, बिना वजह कोई साईरन बजा रहा हो, हम कोई गंभीर काम कर रहे हो और आसपास कोई तेज़ आवाज में बात कर रहा हो या चिल्ला रहा हो। पडोसी भी तेज़ आवाज में गाने सुने रहे हो, किसी की शादी हो रही हो और तेज़ डीजे की वजह से गुस्सा बहुत जल्दी आजाता है और हम कुछ कर भी नहीं पाते।
पता नहीं, और न जाने कितने ही कारण यहाँ लेखे जा सकेंगे।
उस जगह से तुरंत दूर होना जहाँ पर सम्भावना हो की बात बिगड़े और गुस्सा आये। यूँ तो गुस्सा आना कोई बड़ी बात नहीं है किन्तु बार बार गुस्सा आना तो इसके कुछ गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं जिसके बारे में आगे चर्चा करेंगे। बार-बार क्रोध करने से मानसिक रूप से असर पड़ता है जिससे हमारा स्वाभाव बदल सकता है जिससे हम चिड़चिड़े हो सकते हैं, अधिक गुस्से की वजह से बनती बात बिगड़ने के बहुत ज्यादा चान्सेस होते हैं, अधिक गुस्सा हानि का भी कारक होता है जैसे धन की हानि और कभी – कभी तो गंभीर रूप से जैसे धन हानि जोकि अक्सर ही अख़बार में पड़ने को मिल जाता है।
गुस्से को नियंत्रण में करने के कुछ उपाय।
गहरी साँस लेना
गुस्से को काबू में तुरंत करने के लिए यह सबसे तेज़ तरीका है। अक्सर ही हमने देखा है की कोई व्यक्ति जिससे गुस्सा आता है परन्तु वह नहीं लड़ता एवं सामने वाले को चुप कर दे या खुद चुप हो जाये परन्तु वह तेज़ी से साँस लेता है जिसका अर्थ यही है की वह तेज़ी से साँस तो ले ही रहा है परन्तु गहरी साँस लेने के साथ – साथ क्रोध को भी नयंत्रण में कर रहा है।
गिनती गिनने वाले तरीके से क्रोध पर काबू पाना।
गिनती गिनने वाले तरीके से क्रोध पर काबू पाना बिलकुल भी मुश्किल नहीं है। अगर आपको लगे की आपको क्रोध आ रहा है तो उसे काबू करने के लिए गिनती गिनना एक कारगर एवं सालार उपाय सिद्ध हो सकता है। आप 1 से 10 तक की गिनती भी गिन सकते है या कम या ज्यादा भी, जैसा आपको उचित लगता हो।
गाना गाने लगना
अक्सर लोगों पर ध्यान दिया हो जो गाना गाते हैं वह भी जोर जोर से। अधिकतर आपने पतियों को गाना गाते सुना होगा क्यूंकि पत्नी से लड़ा तो जा नहीं सकता परन्तु गाना गाकर काम तो चलाया जा ही सकता है। खैर, बात पतियों की नहीं है सिर्फ, दैनिक जीवन में हम कुछ समय के लिए भी गाना गाएंगे तो हमारे मन मैं चल रही उधेड़बुन से आने वाले गुस्से पर भी काबू पाया जा सकता हैं।
गर्दन या कन्धों को घूमना शुरू करें जैसे की कोई योग कर रहे हों।
गर्दन या कन्धों को घूमने से आपके अंदर एक एनर्जी पैदा होने लगेगी जिससे आपके मस्तिष्क कर क्रोध को नियंत्रण करने में मदद मिलेगी। दरअसल कन्धों को घूमने पर वैसे ही महसूस होगा जैसा की योग करते समय या एक्ससरसिस करते वक्त। क्यूंकि यह क्रिया आपके दिमाग एवं सोच को तुरंत ही कन्धों की तरफ लगा देगी जिससे आपका क्रोध गायब हो सकता हैं या बंद हो सकता है। मुश्किल है परन्तु असरदारक है।
जोर-जोर से हँसना या सिर्फ हँसना
यह मुश्किल हो सकता है क्यूंकि 1 हो या 10 लोग, अगर आप जोर जोर से बिना वजह हसेंगे तो लोग आपको पागल समझ लेंगे या सोचेंगे की आपको कोई परेशानी है और आपको ही इग्नोर करेंगे। इसलिए हसें तो धीरे से या फिर मन में सोचे की आप हंस रहे हो या मन में हंसे। कुल मिलकर आपका ध्यान दूसरी तरफ चला जाये जिससे क्रोध नियंत्रण में रहे या कम हो जाये।
मंत्र का लगातार उच्चारण करें।
अगर आपके पास कोई मंत्र है तो आप उसे गुस्सा आने पर बोलना शुरू कर सकते हैं चाहे तो मन में बोले तो बहुत अच्छा रहेगा जिससे कोई उसे सुनेगा भी नहीं अन्यथा आप मुँह से भी बोल सकते यहीं परन्तु धीरे बोलें। आप चाहे तो ॐ का उच्चारण भी कर सकते हैं या अगर आप किसी अन्य धर्म से हो और आपको कोई अन्य मंत्र अच्छा लगे तो उसको बोलियें, या आप चाहे तो कुछ भी अच्छा बोल सकते है जिससे आपके मन को शान्ति मिले।
किसी करीबी से बात करना या फ़ोन पर बात करना।
अपने किसी करीबी से बात करना या फ़ोन पर बात करना। यह उपाय बिलकुल कारगर है क्यूंकि इससे आपका दिमाग पूरी तरह से दूसरी जगह लग जाता है। जिससे आपका ध्यान हैट जायेगा और आप गुस्से से बहार जा सकते हो।
मेरे शब्द
वैसे तो बहुत सारे आसान उपाय है जिनकी मदद से हम अपने गुस्से को कंट्रोल कर सकते हैं। इस लेख पर जितना हो सके उतने आसान तरीके यहाँ दिए गए है। फिर भी आपको क्रोध को काबू करने कुछ अन्य उपाय है जो यहाँ नहीं दिया है, तो आप कमैंट्स के माध्यम से बता सकते हैं।