क्या आप सोचते हैं की आपका काफी समय दैनिक ही व्यर्थ जाता है। क्या अपने कभी सोचा है की आपका कीमती समय व्यर्थ क्यों होता है? क्या आपने कभी सोचा है की इस मूलयवान समय को कैसे उपयोग में लाया जाये क्यूंकि समय रुकता नहीं है इसलिए उसे बचाया नहीं जा सकता परन्तु उपयोग किया जा सकता है। साधारण भाषा में कहें तो मूलयवान समय का उपयोग न कर पाना ही समय को व्यर्थ करने के समान है।
तो आइये जानते है की रोजाना समय (time) को कैसा बचाया जा सकता है एवं खुद एवं परिवार के कल्याण में इस कीमती समय का उपयोग किया जा सकता है।
Mobile को कंट्रोल करना सीखें।
एक समय था जब लैंडलाइन हुआ करता था तब आपको लैंडलाइन के पास जाना पड़ता था फ़ोन पर बात करने के लिए चाहिए, चाहे फ़ोन आये या फ़ोन जाये। परन्तु आज के समय में हमारा कोई करीबी हमारे साथ जाये या न जाये परन्तु फ़ोन जरूर जाता है और कोई बार तो बाथरूम में भी (सब नहीं जाते पर कई लोग जाते हैं।)।
जी हाँ आपको जानकर आश्चर्य शायद ही हो परन्तु यह सभी जानते हैं की आज के समय में हम सबसे ज्यादा किसी चीज़ या वस्तु का उपयोग करते हैं तो वह मोबाइल ही है। दूसरे शब्दों में कहें तो मोबाइल आपका एक भिन्न अंग है जिसे आप अपने से दूर नहीं कर सकते हैं। चाहूँ तो मैं मोबाइल पर निबंध तक लिखा सकता हूँ परन्तु काम की बात करते हुए आगे बढ़ता हूँ।
मोबाइल के नोटिफिकेशन को कीजिये ब्लॉक।
क्या आपने कभी कोशिश की है की फालतु नोटिफिकेशन देखने में हम रोज कितना समय ख़राब करते हैं?
हम जितनी ऐप्लिकेशन मोबाइल में इनस्टॉल करेंगे हम उतना ही समय मोबाइल में देंगे। चाहे वह ऐप गेम की ही क्यों न हो। आप गेम खेलते हैं परन्तु नोटिफिकेशन आता है और अक्सर हम खेलना शुरू कर देते हैं। बैंकिंग का नोटिफिकेशन आता है तो हम उसे देखते हैं क्यूंकि पैसा से सम्बंधित नोटिफिकेशन भी हो सकता है परन्तु अक्सर या तो pre-approved लोन का होगा या प्रमोशन जोकि अधिकतर होता है। परतु इसे भी बंद करना चाहिए क्यूंकि बैंक कुछ भी जरुरी होने पर SMS भी भेजती ही है क्यूंकि काफी लोग जो गरीब भी होते है वो एंड्राइड या आईफोन का उपयोग नहीं कर सकते तो उन्हें SMS या call प्राप्त होता है। तो नोटिफिकेशन से सम्बंधित और बात न करते हुए में सिर्फ इतना ही कहूंगा की ज्यादातर या 99 प्रतिशत हम सभी के फ़ोन में बेफिजूल के नोटिफिकेटों ही आते हैं और अगर हम उन्हें एक नज़र भी देखते हैं तो 1 से 2 मिनट तो जाता ही है और पुरे 24 घंटे में 10 बारे में हम इस तरह के फालतु नोटिफिकेशन को देखते हैं तो 10 मिनट तो ख़राब हुए ही और अगर कोई फालतू ऐप का नोटिफिकेशन रीड करके न जाने आप कितना समय ख़राब कर देंगे।
मोबाइल में ब्लॉक करने की आदत बनाये।
अगर हम रोज़ बेफिज़ूल के फ़ोन कॉल जैसे “क्या आप शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करते हो” या “आपके क्रेडिट या डेबिट कार्ड का रिवार्ड्स पॉइंट्स एक्सपिरे होने वाले हैं” जोकि फ्रॉड होते हैं। तो ऐसे फ़ोन कॉल को ब्लॉक कीजिये। सामान्यतः हमारा फ़ोन नंबर, ईमेल आईडी न जाने कितने ही जालसाजों के पास होता है जो सिर्फ एक OTP से आपके बैंक का पैसा खा सकते हैं। हालाँकि फ्रॉड कॉल तो बहुत कम ही आते हैं परन्तु मार्केटिंग से सम्बंधित कॉल्स भी तो आते हैं तो अगर हमे लगता है की कोई मार्केटिंग कॉल जो भविष्य में हमारे काम नहीं आने वाला तो हमे उसे ब्लॉक ही करना चाहिए क्यूंकि यह भी एक समय बर्वाद एवं गलती से अगर लालच में आगे तो पैसा बर्बाद करने वाली स्कीम भी साबित हॉट सकती है। इसलिए मोबाइल में अनजान या फर्जी फ़ोन कॉल्स को ब्लॉक करना सीखें या इसके आदत डालें।
मोबाइल में एक एप्लिकेशन इंस्टॉल करें जो हमें बताए कि हम हर दिन फोन पर और किस ऐप पर कितना समय बिताते हैं?
इस तरह की कोई एंड्राइड एवं आईफोन आपको स्टोर पर प्राप्त हो जाएगी। हालाँकि आज के जितने भी फ़ोन है उनमे यह ऐप सेटिंग्स में pre-installed आ रही हैं। अगर आप इस तरह की ऐप इनस्टॉल कर लेते हैं तो हम खुद जान जायेंगे की रोज़ हम फ़ोन पर कितना समय बर्बाद करते हैं। यह बहुत जरुरी है अगर आपके फ़ोन में इस तरह की ऐप्लिकेशन नहीं है तो कृपया जरूर इनस्टॉल करें। अगर आपके फ़ोन में नहीं है इस तरह की कोई सेटिंग या ऐप तो जाइये प्लेस्टोरे पर ढूंढिए और तुरंत इनस्टॉल कीजिये।
सोशल एवं फर्जी ऐप्स को कीजिए दूर।
माने या न माने फेसबुक, इंस्टाग्राम और कुछ ऐसी एप्स जो टिकटोक के बैन होने की वजह से फल फूल गई. यह सभी एप्लीकेशन सिर्फ आपका कीमती समय बर्बाद करने में ही लगी हुई हैं। में यह किसी भी एक आप्लिकेशन के लिए नहीं कह हूँ परन्तु यह समय ख़राब ही करती हैं। लोग रत में अपनी नींद छोड़कर इन ऐप्स पर अपना समय देते हैं जिससे काफी देर में सोते हैं, आँखों को तो नुकसान पहुँचता है वो अलग और सुबह भी लेट उठना होता है। तो इन ऐप्स को या तो उपयोग करना बंद ही कर दीजिये या खुद पर एक लिमिट लगा लीजिये की एक दिन में 1 घंटा से ज्यादा नहीं देना है।
Status को देखना कीजिये बंद।
चाहे व्हाट्सप्प हो या हो फेसबुक या हो इंस्टाग्राम, यह तो हुई पॉपुलर सोशल प्लेटफॉर्म्स इसके अलावा यूट्यूब, एवं अन्य शार्ट video ऐप्स या प्लेटफॉर्म्स भी आपको स्टेटस दिखने में लगे हुए हैं आपको जानकर आश्चर्य होगा की भला किसी का स्टेटस देखने में भला क्या समय व्यर्थ होगा? तो बता दूँ की मेरे व्हाट्सप्प में 100 से भी ज्यादा लोगो के स्टेटस आते हैं अगर 1 स्टेटस भी 15 सेकंड का हुआ तो 1500 सेकण्ड्स मेने ख़राब किये। मतलब की 1 मिनट में 4 स्टेटस देखें तो एक दिन में 100 लोगों के स्टेटस देखने में 25 मिनट लगेंगे।
मान लीजिए हम 100 लोगों की स्थिति नहीं देखते हैं लेकिन 25/30 लोग ऐसे होंगे जैसे आप स्थिति देखना पसंद करते हैं, फिर भी, आपको स्थिति देखने में कुछ समय लगता है चाहे वह Instagram, Facebook, या कुछ और लगभग वही स्टेटस को फिर से देखने के लिए लगा समय बर्बाद ही कहलायगा।
किस तरह के स्टेटस फालतू हो सकते हैं?
बहुत सारे लोग अपने बिज़नेस को प्रमोट करने के लिए अपने पर्सनल एकाउंट्स को ही बिज़नेस अकाउंट बना लेते हैं। जिस पर अपने प्रोडक्ट्स की फोटो पोस्ट करने लगते हैं तो ऐसे लोगों को इम्मेडिएटली म्यूट करना चाहिए, उन लोगों को भी म्यूट कीजिये जिन्होंने बेफिज़ूल के स्टेटस पोस्ट करने की कसम खा रही हो।
हमे सिर्फ सिलेक्टेड लोगों या खास लोगों के स्टेटस ही देखना चाहिए ताकि हमसे सामने वाला यह न कह सके की हमने उस दिन वो किया था तो क्या आपने देखा नहीं।
कैसे बचे फालतु स्टेटस देखने से?
म्यूट करना सीखें। व्हाट्सप्प पर तो चलो म्यूट करने का ऑप्शन आता है तो आप उस सभी फालतु लोगों को म्यूट कर सकते हैं जो या तो अपने बिज़नेस का प्रमोशन करते हैं या फिर वो स्टेटस पोस्ट करते हैं जिन्हे वो स्वयं पसंद करते हैं और यह सोच कर स्टेटस पर पोस्ट करते हैं की दूसरे भी पसंद करेंगे परन्तु ऐसा बहुत ही कम होता हैं या न के बराबर होता है।
इसी प्रकार दूसरी अन्य प्लेटफॉर्म्स पर भी स्टेटस को या तो ब्लॉक ही कर दीजिये या सीधी बात की उन्हें आप खुद ही इग्नोर करें और उनके स्टेटस न खोलें।
चौराहे या नुक्कड़ पर खड़ा होना बंद कीजिए।
पुराने समय में जब club या कैफ़े नहीं हुआ करते थे तो लोग क्या सिर्फ घर पर रहकर ही टाइम पास करते थे। लोग अक्सर घर से बहार चले जाते थे एवं शाम होते ही घर वापिस परन्तु लेट होने पर या ज्यादा लेट होने पर अक्सर माँ या पत्नी या परिवार के सदस्य यही कहते की खड़े होंगे किसी चौराहे पर या नुक्कड़ पे। तो ऐसा करना भी कम कीजिये बंद करने का तो नहीं कहा सकता क्यूंकि बहार की जानकारी भी लेना जरुरी है। इसलिए कम कीजिये।
अगर स्कूल / कॉलेज या ऑफिस से घर आते हैं तो रोज़ 1 या 2 घंटे घर लेट आना भी समय बर्वाद करने के बराबर ही है। कभी कभार मौज- मस्ती या अन्य कामों में ठीक है परन्तु रोज ही ऐसा करते हैं या करती हैं (महिलाएं भी) तो यह भी एक तरह से समय ख़राब करना ही हुआ। हाँ अगर ऑफिस का काम हुआ तो चल जाता है परन्तु रोज – रोज ऐसा ही होता है तो जॉब चेंज करना चाहिए न की मुफ्त का काम।
नशे से दूर रहना सीखें
यह सबसे बेकार चीज़ों में से एक है। कभी न कभी आपने न्यूज़ पेपर में पढ़ा ही होगा की नशे की हालत में ये कर दिया या वो कर दिया। कभी गाड़ी ठोक देना तो कभी किसी से भी बेफिज़ूल लड़ लेना। हालाँकि ऐसा करने वाले लोग बहुत कम होते हैं परन्तु समय ख़राब करने वाले सबसे ज्यादा। अधिकतर लोग इसे एन्जॉयमेंट मानकर ड्रिंक्स लेते है वो भी मंथ में एक बार, और कुछ समय बाद महीने में कई बार और कुछ लोग तो अपनी सीमा खो देते हैं और जब मन करता है तो नशा करते हैं।
नशा करने से सबसे ज्यादा तो तीन चीजों का नुकसान होता है।
पहली नुकसान तो ये की पैसा, अब हम कह सकते हैं की पैसा तो कमाते हैं तो खर्च भी करेंगे तो एन्जॉय करने के दुनिया में कई तरीके हैं जैसा घूमने जाना।
दूसरा नुकसान जीवन का है, मान लीजिए हम अपने जीवन का आनंद लेना चाहते हैं और यह चिंता नहीं करना चाहते कि यह कब होगा, लेकिन परिवार की देखभाल करते हुए हमें इस अर्थ की सोच से दूर रहना चाहिए। इतना ही नहीं, यह आपको परेशान कर सकता है, जिससे आपको कष्ट हो सकता है, तो आप परेशान न हों।
तीसरा सबसे बड़ा नुकसान – स्वाभाविक है की आप समझ गए होंगे अगर नहीं तो तीसरा सबसे बड़ा नुकसान है समय का। पहले ड्रिंक लेना उसमे टाइम ख़राब करना और फिर उसे उतारने में टाइम ख़राब करना। कई लोग तो गैर क़ानूनी नशा करते हैं जिससे उनकी जिंदगी खतरे में चलने के साथ-साथ क़ानूनी लफड़ो का भी डर रहता है अगर पकडे नहीं गए तो ठीक और पकडे गए तो सीधे जेल, पैसे की बर्बादी अलग से। तो ये भी एक समय ख़राब करवाने का सबसे बड़ा कारण है जिसे जिनगी में हमे इग्नोर ही करना चाहिए। यही चीज़ सबसे गलत है नशा करने वालों के लिए बुरा साबित हो सकती है।
सारांश
देखा जाये तो हमारी दिनचर्या में मोबाइल सबसे ज्यादा समय व्यर्थ करने वाला, हमारे शरीर का भिन्न अंग है जो रहता हमेशा हमारे साथ ही है। यूँ तो लाइफ में समय का व्यर्थ होने के और भी कई कारण हो सकते हैं जिनमे से मेने ऊपर कुछ बताये हैं। आप अपने बारे में स्वयं कमेंट के माध्यम से बताये की आपका समाये किन वजह से ज्यादा होता है जिस पर आप अफ़सोस भी करते हैं।
माना की जिंदगी में कई चीज़ें करने में क्या हर्ज़ है परन्तु हम उन्हें बार-बार करने लगते हैं जिससे हम उसके एडिक्टेड हो जाते हैं चाहे वह कुछ भी हो और वह समय को व्यर्थ करने का कारण ही बनता हैं।