अमित शाह ने ट्वीट करके बताया की “मोदी सरकार ने ड्रग्स के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है।”
सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि यह केंद्र या राज्य का नहीं बल्कि राष्ट्रीय मुद्दा है, इसलिए इससे निपटने के प्रयास भी राष्ट्रीय और एकीकृत होने चाहिए. फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर दिया जाए।
गुवाहाटी, असम में पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों और डीजीएसपी के साथ बैठक की अध्यक्षता की।
पीएम नरेंद्र मोदी जी के ‘ड्रग-फ्री इंडिया’ (Drug-free India) के विजन के अनुरूप, ड्रग्स के खिलाफ एक विशेष अभियान के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र में लगभग 40000 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट कर दिया गया।
बता दें की अमित शाह ने गुवाहाटी में भाजपा असम के नए मुख्यालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा की “मुझे विश्वास है कि यह अत्याधुनिक इमारत राज्य में भाजपा को और मजबूत करने और असम के विकास और उसके लोगों के कल्याण में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”
नीतीश कुमार पर किया था तीखा हमला
पिछले महीने ही अमित शाह ने बिहार में रैली की थी एवं नीतीश कुमार के खिलाफ भाषण दिया था। उन्होंने साफ़ कहा की नीतीश कुमार दल-बदलू हैं। इतना ही नहीं नीतीश कुमार द्वारा लालू प्रसाद यादव से हाथ मिलाये जाने पर अमित शाह ने लालू प्रसाद यादव को भी सतर्क करते हुए कहा था की प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने वाले नीतीश प्रधानमंत्री बनने के लिए लालू प्रसाद का भी साथ छोड़ सकते हैं।
बिहार में है जंगल राज।
अमित शाह ने आगे भी कहा की बिहार राज्य मे इस महागठबंधन सरकार के सत्ता मे आने के बाद पूरे राज्य मे डर का महोल है। बिहार की चिंता जताते हुए उन्होंने कहा की नीतीश रहेंगे तो बिहार मे जंगल राज चलेगा।
परंतु उन्होंने यह आश्वाशन भी दिया की यह सीमावर्ती जिले भारत का भी हिस्सा है, किसी को डरने का जरूरत नहीं है।